
कुशमैनी F2RACING में भारत का गौरव, मोनाको जीत के साथ रचा इतिहास
24 वर्षीय कुशमैनी ने मई 2025 में मोनाको ग्रां प्री की प्रतिष्ठित फॉर्मूला 2 स्प्रिंट रेस जीतकर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ वे फॉर्मूला 2 रेस जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए मील का पत्थर है, बल्कि भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए भी गर्व का क्षण है।
🏁 प्रारंभिक जीवन और रेसिंग की शुरुआत
कुशमैनी का जन्म 22 सितंबर 2000 को बेंगलुरु, भारत में हुआ। उनके परिवार में रेसिंग का गहरा प्रभाव है; उनके बड़े भाई अर्जुन मैनी भी पेशेवर रेसर हैं, और उनके चाचा चेतन मैनी ने भारत की पहली इलेक्ट्रिक कार, रेवा, का विकास किया। कुश ने 7 वर्ष की आयु में गो-कार्टिंग से रेसिंग की दुनिया में कदम रखा और जल्दी ही अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
2016 में, उन्होंने इटालियन एफ4 चैंपियनशिप में बीवीएम रेसिंग के साथ सिंगल-सीटर करियर की शुरुआत की। इसके बाद, उन्होंने ब्रिटिश एफ3, फॉर्मूला रेनॉल्ट यूरोकप, और एफआईए फॉर्मूला 3 जैसी विभिन्न श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा की, जहां उन्होंने कई पोडियम फिनिश हासिल किए।
🏎️ फॉर्मूला 2 में प्रगति
कुश ने 2022 में एफआईए फॉर्मूला 3 चैंपियनशिप में एमपी मोटरस्पोर्ट के साथ 13वां स्थान प्राप्त किया। इसके बाद, उन्होंने 2023 में एफआईए फॉर्मूला 2 चैंपियनशिप में कैंपोस रेसिंग के लिए प्रतिस्पर्धा की, जहां उन्होंने 11वां स्थान प्राप्त किया। 2024 में, इनविक्टा रेसिंग के साथ, उन्होंने हंगरी में अपनी पहली जीत हासिल की, जो बाद में पहले विजेता के अयोग्य घोषित होने के बाद उन्हें मिली।
2025 में, उन्होंने डैम्स लुकास ऑयल टीम के लिए ड्राइव किया और मोनाको ग्रां प्री में स्प्रिंट रेस जीतकर इतिहास रच दिया।
🏆 मोनाको में ऐतिहासिक जीत
मई 2025 में, कुशमैनी ने मोनाको ग्रां प्री की स्प्रिंट रेस में पोल पोजीशन से शुरुआत की और 30 लैप्स तक अपनी बढ़त बनाए रखी। इस जीत के साथ, वे मोनाको में फॉर्मूला 2 रेस जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। रेस के बाद, उन्होंने कहा, “P1 और मोनाको में जीतने वाला पहला भारतीय बनना एक बड़ा सम्मान है और सच में एक सपना पूरा हुआ।
🚀 फॉर्मूला 1 की ओर कदम
कुश ने अक्टूबर 2023 में अल्पाइन अकादमी में शामिल होकर फॉर्मूला 1 की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने रेड बुल रिंग, इमोला, यास मरीना और लुसैल में कई एफ1 टेस्ट किए। मार्च 2025 में, उन्हें अल्पाइन एफ1 टीम के टेस्ट और रिजर्व ड्राइवर के रूप में नामित किया गया।
इसके अलावा, उन्होंने 2023-24 सीज़न में महिंद्रा रेसिंग के लिए फॉर्मूला ई में रिजर्व ड्राइवर के रूप में भी कार्य किया।
🌟 चुनौतियों का सामना और प्रेरणा
कुश की यात्रा में कई चुनौतियाँ थीं, जैसे वित्तीय बाधाएं और भारतीय रेसर्स के लिए सीमित अवसर। हालांकि, उनके परिवार का समर्थन और उनकी दृढ़ता ने उन्हें इन बाधाओं को पार करने में मदद की। उनकी उपलब्धियाँ भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, जो मोटरस्पोर्ट्स में करियर बनाने का सपना देखते हैं।
कुश मैनी की सफलता भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए एक नई सुबह है। उनकी मोनाको में जीत न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि समर्पण, मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।