
आईपीएल 2025 में 3 मई को खेले गए CSK बनाम RCB के बीच मुकाबले में एक विवादास्पद घटना ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी।
विवादास्पद LBW निर्णय और DRS विवाद
मैच के 17वें ओवर में, CSK के बल्लेबाज़ डेवाल्ड ब्रेविस को लुंगी एंगिडी की फुल टॉस गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया। हालांकि, ब्रेविस और उनके साथी रवींद्र जडेजा रन लेने में व्यस्त थे और DRS के लिए 15 सेकंड की समयसीमा चूक गए। जब ब्रेविस ने रिव्यू लेने का संकेत दिया, तब तक समय समाप्त हो चुका था, और अंपायरों ने रिव्यू की अनुमति नहीं दी। बॉल ट्रैकिंग से पता चला कि गेंद स्टंप्स से बाहर जा रही थी, जिससे यह निर्णय और भी विवादास्पद हो गया।
कोच स्टीफन फ्लेमिंग की प्रतिक्रिया
CSK के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने इस घटना को “बड़ा क्षण” बताया और कहा कि ब्रेविस और जडेजा गेंद के बाउंड्री की ओर जाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे, जिससे वे रिव्यू लेने का समय चूक गए। उन्होंने स्वीकार किया कि यह निर्णय मैच के परिणाम को प्रभावित करने वाला था।
प्रशंसकों की प्रतिक्रिया और फिक्सिंग के आरोप
सोशल मीडिया पर CSK के प्रशंसकों ने इस निर्णय पर नाराजगी जताई और RCB पर फिक्सिंग के आरोप लगाए। कई प्रशंसकों ने यह भी कहा कि DRS टाइमर स्क्रीन पर नहीं दिखाया गया था, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई। “फिक्सिंग” शब्द ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा, और प्रशंसकों ने BCCI से इस मामले की जांच की मांग की।
CSK बनाम RCB मैच का परिणाम
इस विवादास्पद निर्णय के बावजूद, RCB ने यह मैच दो रन से जीत लिया। यह जीत उन्हें अंक तालिका में शीर्ष पर ले गई, जबकि CSK निचले पायदान पर बनी रही।
यह घटना आईपीएल में तकनीकी सहायता और अंपायरिंग निर्णयों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है, और भविष्य में ऐसे विवादों से बचने के लिए स्पष्ट नियमों और प्रक्रियाओं की आवश्यकता को रेखांकित करती है।