
🏆 AFC एशियन कप क्वालिफायर: हॉंग कॉन्ग ने भारत को 1–0 से हराया – चौथे मिनट का ड्रामा, भारत को हार का झटका
10 जून 2025 को केई टैग स्पोर्ट्स पार्क, हॉन्ग कॉन्ग में खेले गए ग्रुप C के महत्वपूर्ण मुकाबले में भले ही भारत ने अधिकांश समय मैच में वर्चस्व बनाए रखा, लेकिन कॉन्टिनेंटल टुर्नामेंट 2027 के टिकट की राह में उन्हें एक दर्दनाक हार का सामना करना पड़ा।
⚽ पहली पारी: भारत का दबदबा, मौकों की बर्बादी
मैच की शुरूआत से ही भारत ने गेंद पर कब्ज़ा बनाए रखा और हॉन्ग कॉन्ग को डिफेंस लाइन पर दबाव बनाया । 35वें मिनट में लिस्टन कोलाको की बेहतरीन ड्रिबल के बाद आशिक कुरुनियन को पास मिला, लेकिन उनका बुरे तरीके से मिस हो गया—गोल के बिल्कुल पास रहने के बावजूद निशान से बाहर । इसके पहले ब्रैंडन फर्नैंडिस के कॉर्नर पर सैंडेश झींगन का प्रहार ऑफसाइड निकाल दिया गया था ।
🔁 दूसरी पारी: चेट्री का प्रभाव, फिर गलती
दूसरे हाफ की शुरुआत में भारत की आक्रमकता इसी गति से जारी रही: आशिक ने एक और मौका लगाया लेकिन गोल नहीं कर सके। 57वें मिनट में कोच मैनोलो मार्टेनेस ने अनुभव जोड़ने के लिए सुनील छेत्री और महेश नोरम सिंह को मैदान में उतारा । छेत्री के आने से टीम में जोश तो दिखा, पर गोल नहीं हो सका । हॉन्ग कॉन्ग की ताबड़तोड़ अटैकिंग में भारतीय गोलकीपर विशाल कैथ ने एक क्लोज‑रेंज हमले को भी बेहतरीन बचा लिया।
🚨 इंजरी टाइम ड्रामा: पेनाल्टी और हार
पूर्ण समय से पहले लग रहा था कि मुकाबला ड्रॉ होगा—लेकिन 90+4वें मिनट में हॉन्ग कॉन्ग ने अचानक गोल दबाया। माइकल उदेबुलुज़ोर ने लॉन्ग पास पकड़कर कैथ से टकराया, जिसके बाद रेफरी ने पेनाल्टी दी और विशाल कैथ को पीला कार्ड दिखाया। पेनाल्टी पर स्टेफ़न पेरेरा ने शांत मन से गेंद को गोलपोस्ट के कोने में डालकर हॉन्ग कॉन्ग को 1–0 की बढ़त दिला दी ।
📋 अंतिम स्कोर और ग्रुप स्थितियों पर असर
- हॉन्ग कॉन्ग 1–0 इंडिया (पेनाल्टी: पेरेरा, चोट समय 90+4′)
- इस जीत से हॉन्ग कॉन्ग के अंक बढ़कर 4 हो गए, जबकि भारत केवल 1 अंक पर रह गया जो उन्हें ग्रुप C में सबसे नीचे ला खड़ा करता है।
🔍 शीर्ष छः सीखें और विश्लेषण
- भारत की बर्बादी
मैदान पर वर्चस्व होने के बावजूद आशिक और चेट्री जैसे मौके गंवाए गए—खेल के सबसे बड़े पल पर फिनिशिंग विफल रही। - कैथ की अंतिम चूक
गोलकीपर विशाल कैथ द्वारा दिया गया कंट्रोवर्शियल टैकल भारत की हार का निर्णायक कारण बना। - कोच मार्टेनेस की रणनीति पर सवाल
चेट्री को बेंच पर रखना और उसकी जगह चेंगटे के चयन की रणनीति पर कड़ी प्रतिक्रिया हुई, और अब उनके कोचव में संकट मंडरा रहा है। - AIFF पर दबाव
पार्थ जिंदल, भूतपूर्व खिलाड़ी और प्रशासन, AIFF में बड़े सुधार की मांग कर रहे हैं। - प्रेरणा की कमी
रवि पुश्कर ने बड़े अनुबंधों के बाद खिलाड़ियों में लगी उदासीनता को गलत बताया । - योग्यता की राह फिसली
पहले से ही मुश्किल राह पर चल रहे भारत को क्वालीफाई करने पर संदेह, क्योंकि ग्रुप C में शीर्ष टीम ही प्रवेश पाएगी ।
🔜 अब आगे क्या?
- भारत को अपने बचे हुए चार समूह मैचों में लगातार जीत दर्ज करनी होगी—विशेषकर सिंगापुर और बांग्लादेश के खिलाफ।
- रणनीति में सुधार, फिनिशिंग क्षमता, आत्मविश्वास, और मानसिक दृढ़ता आवश्यक होंगी।
- कोचिंग पद के भविष्य पर फिलहाल स्पष्टता नहीं—लेकिन बदलाव की संभावना स्पष्ट है ।
🏁 अंतिम शब्द
इस हार ने भारत के एशियन कप सपनों को गहरी चोट पहुंचाई। मौकों की बर्बादी, अंतिम टाइमिंग की चूक और रणनीतिक त्रुटियों ने मिलकर मैच को भारत के लिए दुखद बना दिया। अब वक्त है आत्मनिरीक्षण का—क्या टीम अगले मैचों में वापसी की तैयारी कर रही है, या यह गिरावट जारी रहेगी? जवाब अगली रातों में देखने को मिलेगा।
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