
🎾 इतिहास रचा: अल्काराज़ ने रखी गजब की वापसी, सिन्नर को हराया मनमाना फाइनल में
पेरिस, 8 जून 2025 – रोनाल्ड-गारोस के कोर्ट फिलिप-शाट्रियर पर हुए पुरुष एकल फाइनल ने एक नया अध्याय लिखा। शीर्ष वरीयता प्राप्त सिन्नर ने दो सेटों में आराम से बढ़त बनाई (6–4, 7–6), लेकिन अल्काराज़ ने अद्भुत वापसी करते हुए मैच को बहुचर्चित मोड़ दिया। अंत में उन्होंने द्वितीय वरीयता प्राप्त सिन्नर को 5 घंटे 29 मिनट की थ्रिलर मैच में हराया—4–6, 6–7(4), 6–4, 7–6(3), 7–6(10–2)—जो अब फ्रेंच ओपन का सबसे लंबा फाइनल बन गया ।
पहले दो सेट: सिन्नर की शुरुआती पकड़
सिन्नर ने निरंतर आकांक्षी खेल दिखाते हुए पहला सेट 6–4 से जीता, जिसमें उन्होंने अल्काराज़ का सर्विस बेहतरीन ढंग से ब्रेक किया । दूसरे सेट में भी उनका दबदबा जारी रहा और उन्होंने टाईब्रेक 7–4 विकसित कर लिया, जिससे उन्होंने खेल पर स्पष्ट नियंत्रण बना लिया।
तीसरा सेट: मुकाबले की दिशा बदलने वाला मोड़
लगातार हार के बाद अल्काराज़ ने तीसरे सेट में वापसी की। देर से ब्रेक लेकर उन्होंने इस सेट को 6–4 से जीता और मैच की बागडोर अपने हाथ में की ।
चौथा सेट: थ्रिलर और टर्निंग प्वाइंट
चौथे सेट में सिन्नर ने तीन बार मैच पॉइंट बनाया और 5–3, 40–0 की स्थिति तक पहुंच गया। लेकिन अल्काराज़ ने अद्भुत मानसिक मजबूती दिखाते हुए सभी तीनों पॉइंट बचाए और टाईब्रेक में 7–3 से सेट जीत लिया—जो अधिकांश दर्शकों को चौंका देने वाला मोड़ था।
पांचवा सेट: पहला फिफ्थ-सेट टाईब्रेक और ऐतिहासिक विजय
अल्काराज ने पांचवें सेट में भी मैच की धड़कन को ऊंचा रखा। दोनों खिलाड़ियों ने कई बार सर्विस ब्रेक किए और यह मैच इससे पहले कभी नहीं देखा गया फाइनल टाईब्रेक में पहुँचा। इस रोमांचक टाईब्रेक में अल्काराज़ ने 10–2 से भारी जीत दर्ज करते हुए मैच जिता—यह फ्रेंच ओपन के किसी भी पुरुष फाइनल में पहला फिफ्थ-सेट टाईब्रेक रहा ।
🔢 मैच आँकड़े और कीर्तिमान
- ⏱ समय: 5 घंटे 29 मिनट—इतिहास में सबसे लंबा फ्रेंच ओपन फाइनल।
- 🎖 सेट स्कोर: अल्काराज़ ने 2 सेट से हारकर 3–2 से वापसी की, टाईब्रेकों में भारी कौशल दिखाया ।
- 🎾 ग्रैंड स्लैम टाइटल: यह अल्काराज़ का पांचवां मेजर खिताब है, और यह लगातार पांच फाइनल जीतने वाले सबसे युवा पुरुषों में से एक हैं।
- 📍 तुलना: वह नवज्योत प्राचीन खिलाड़ियों—ब्योर्न बोर्ग और राफ़ा नडाल के साथ पांच शुरुआती फाइनल जीतने वाले दूसरे मलाईके खिलाड़ी बने ।
🏅 खेल भावना और दर्शकों की भागीदारी
दोनों खिलाड़ियों ने उच्च स्तर की खेल भावना दिखाई—जिनिनक और अल्काराज़ ने भी विवादास्पद कॉल्स में ईमानदारी दिखाई । कोर्ट फिलिप-शाट्रियर में रॉकी-मंचित माहौल था, जिसमें स्पाइक ली, डस्टिन हॉफमैन और डिर्क नोवित्ज़की जैसी हस्तियों ने मैच का आनंद लिया ।
🧠 विरासत और शीर्ष निष्कर्ष
- अल्काराज़ की इस जीत ने उन्हें क्ले कोर्ट के किंग के रूप में स्थापित किया।
- यह मैच उनकी जुझारू मानसिकता और धैर्य का प्रमाण रहा—डिज़ाबी ब्लिंक नहीं किया, बल्कि हर बार वापसी की।
- सिन्नर, भले ही हारते रहे, लेकिन उन्होंने दिखाया कि वे बड़े मुकाबलों में भी कितना दबाव संभाल सकते हैं—उनका यह पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल था, जिससे उनका आत्मविश्वास मजबूत हुआ।
भविष्य का परिदृश्य
अल्काराज़ और सिन्नर की यह प्रतिस्पर्धा अब टेनिस की नई युग की शुरुआत को दर्शाती है—दो युवा खिलाड़ी, दोनों 2000 के दशक में जन्मे, और भविष्य के मैदानों में बार-बार आमने-सामने आने वाले हैं ।
इस प्रतिद्वंद्वी पूर्ण अंत में, कार्लोस अल्काराज़ ने साबित कर दिया कि हार मानना विकल्प नहीं, बल्कि हर पहलू में बदल कर जीत हासिल करना श्रेष्ठ है। यह फाइनल वास्तव में “शताब्दी का फ्रेंच ओपन फाइनल” बन चुका है—ताकि आने वाले कई दशक तक टेनिस प्रेमी इसे याद रखेंगे।
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